देश भर के राजकीय विद्यालयों के शैक्षणिक व भौतिक उन्नयन हेतु मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा डिजाइन किया हुआ बहुआयामी पोर्टल विद्यांजली पर विद्यालयों स्वयं सेवको व अनेक स्वयंसेवियों संस्थाओं के पंजीकरण हेतु अपर निदेशक SCERT देहरादून पत्रांक विद्यांजली /5965-97/(1)/2022-23 व डायट पौड़ी/ 877-79 विद्याजली /2022-23 दिनांक 29 नवंबर 2022 के अनुक्रम में जनपद के समस्त राजकीय माध्यमिक / उच्च प्राथमिक व प्राथमिक विद्यालयों का पंजीकरण विद्यांजली पोर्टल पर किये जाने के निर्देश प्राप्त हुए थे ।

जिस हेतु विकास खंड थलीसैण के समस्त राजकीय माध्यमिक / उच्च प्राथमिक व प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों द्वारा विद्यांजली पोर्टल पर रिजिस्ट्रेशन हेतु ऑनलाइन
गूगल मीट पर व्यापक अभिमुखीकरण कार्यशाला का सफल आयोजन विकास खण्ड थलीसैंण के खण्ड शिक्षा अधिकारी श्री विवेक पंवार जी के निर्देशन में सम्पन हुआ। कार्यशाला को गूगल मीट के माध्यम से 2 दिनों में पूर्ण कर लिया गया है। प्रथम दिवस चौथान के पांच संकुलों के संकुल प्रभारियों सहित 140 से अधिक अध्यापक /अध्यापिकाओं ने प्रतिभाग किया।
इसी क्रम में दिनांक 06 दिसंबर से दिनांक 07 दिसंबर 22 को भी थलीसैण के अन्य चार संकुलों के अध्यापक/अध्यापिकाओं के द्वारा भी कार्यशाला में बड़ी मात्रा में प्रतिभाग किया गया। ज्ञानतव्य है कि विद्यांजली पोर्टल भारत सरकार द्वारा उन विविध सरकारी/गैरसरकारी संस्थाओं /स्वयंसेवकों के पंजीकरण हेतु डिजाइन किया गया है, जो विद्यालयी शिक्षा के उन्नयन के लिए किसी न किसी रूप में अपना योगदान अथवा सेवा प्रदान करना चाहते हैं। यह पोर्टल विद्यालयों व शिक्षा के विविध शुभचिंतकों के मध्य एक सेतु की तरह है। अनेकानेक दानदाता ,सेवा प्रदाता इसके माध्यम से भारत की विद्यालयी शिक्षा के उत्कर्ष के लिए अपना योगदान दे सकते हैं।
दोनों दिवसों की कार्यशाला का तकनीकी प्रस्तुतिकरण जसवंत सिंह विष्ट जी द्वारा लाइव डेमो द्वारा और फ्लो चार्ट के माध्यम से बहुत ही कुशलता पूर्वक किया गया, जिसमें मुख्यतः विद्यालयों को पोर्टल पर रिजस्ट्रेशन करना क्यों अनिवार्य ,विद्यालयों को इस पोर्टल के माध्यम से कैसे लाभ मिलेगा।
स्वयं सेवी संस्थाऐं / स्वयं सेवक और विद्यालय किस प्रकार इस पोर्टल से आपस में समन्वयक करेंगे? विद्यालय इस पोर्टल पर किस प्रकार संसाधनों के लिए अनुरोध करेंगे ? पर पोर्टल पर आनलाइन प्रस्तुतिकरण दिया गया और शिक्षक साथियों की शंकाओं का समाधान आनलाइन डेमो के माध्यम से किया गया।
इन कार्यशालाओं में प्रथम दिवस पर चौथान के बुंगीधार,बसाणी,पापटोली, कैंनयूर व पोखरी संकुलों तथा द्वितीय दिवस पर पैठाणी, चौरा,स्योली व बघेली संकुलों के प्रभारियों व अध्यापक/अध्यापिकाओं के द्वारा प्रतिभाग किया गया।इस अवसर पर रणजीत सिंह,नागेंद्र रावत,धनीराम निराला ,पी0 डी0 सुयाल, प्रमोद नौटियाल. व गिरीश पन्त की विशेष उपस्थिति रही। कार्यशाला विशेषज्ञों में श्री रविकांत प्रजापति व श्री वरुण सती जी की उल्लेखनीय उपस्तिथि रही। कार्यशाला का प्रस्तुतिकरण व प्रसारण श्री जसवंत सिंह विष्ट (स०अ०) रा०प्रा० वि० चौंण्डा द्वारा सफलता पूर्वक किया गया।