
“लिटिल हेल्प ट्रस्ट” की शैक्षणिक संस्था “शैक्षिक आगाज” भारत के द्वारा, “अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस” के अवसर पर देशभर के अलग- अलग राज्यों के 30 नवाचारी एवं प्रतिभावान शिक्षकों को “ग्लोबल टीचर अवार्ड 2022” सम्मान से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की भूमिका में डॉ० हरि सिंह पाल और डॉ० आरती लोकेश जी रहीं। इस अवसर पर डॉ जीतराम भट्ट एवं आदरणीया ज्योतिर्मया ठाकुर जो कि पिछले वर्ष इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे, इस वर्ष विशिष्ट अतिथि की भूमिका में रहे।
कार्यक्रम में सभी नवाचारी शिक्षकों के इस साल कक्षा कक्ष में किए गए उन नवाचारों पर चर्चा की गई जिनके कारण उन्हें इस वर्ष ग्लोबल टीचर अवार्ड दिया गया।
उत्तराखंड के स्टेट कोऑर्डिनेटर श्रीमती सुनीता बहुगुणा जी द्वारा बताया गया कि प्रत्येक राज्य से कुछ चुनिंदा शिक्षकों को ही प्रत्येक वर्ष यह अवार्ड देकर प्रोत्साहित किया जाता है जिसमे इस वर्ष उत्तराखंड से प्रदीप कुमार मालासी, सुनीता बहुगुणा और मीना रवि का चयन समिति के द्वारा किया गया और इनके नवाचारों का प्रस्तुतीकरण कार्यक्रम में मुख्य और विशिष्ट अतिथियों के सम्मुख इनके स्वयं के द्वारा प्रस्तुत किया गया।
डॉ जीतराम भट्ट ने कहा कि उन्हें इस कार्यक्रम में सम्मिलित होकर कुछ इतने बेहतरीन नवाचार से प्रेरणा मिली है जिसे वह अपनी अकादमी में भी लागू करना चाहेंगे। आदरणीय जीतराम भट्ट दिल्ली सरकार में हिंदी अकादमी के सचिव होने के साथ-साथ गढ़वाली कुमाऊंनी और जौनसारी अकादमी के सचिव भी है।
साथ ही वह दिने सरकार डॉ. गो.गि.ला. शा. प्रच्य विद्या प्रतिष्ठान के निदेशक है और दिल्ली सरकार में पूर्व सचिव दिल्ली संस्कृत अकादमी भी रहे है। लंदन यूनाइटेड किंगडम से डॉक्टर ज्योति ठाकुर जो कि एक पूर्व प्रधान अध्यापिका और चिकित्सक, कवयित्री, लेखक, आलोचक, समीक्षक हैं। वह सभी सम्मानित शिक्षकों के कार्यों को देखकर अत्यंत उत्साहित हुए और उन्होंने सभी शिक्षकों से हमेशा जुड़े रहने के लिए अपनी इच्छा जताई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिल्ली से में ॐ० हरि सिंह पाल जो कि भारतीय प्रसारण सेवा के पूर्व निदेशक, आकाशवाणी, नागरी लिपि परिषद के महामंत्री, नागरी संगम के प्रधान संपादक, भारत एवं सौरभ, न्यूयॉर्क अमेरिका, विश्व नागरिक विज्ञान संस्थान के महानिदेशक, गुरुग्राम के साथ-साथ संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के हिंदी की सलाहकार समिति के सदस्य भी है, उन्होंने सभी शिक्षकों की ऊर्जा और प्रयासों को देखते हुए नागरी लिपि परिषद के साथ जुड़कर उन्हें कार्य करने के लिए आमंत्रित किया और सभी शिक्षकों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
डॉ. आरती लोकेश जो कि दुबई के वाईस कॉलेज में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, लेखिका, कवित्री और समाज सेविका है, उन्होंने पूर्व में दिल्ली सरकार में सरकारी शिक्षक के तौर पर अपने कार्य के अनुभव को साझा किया।
उनका कहना था कि प्रत्येक सरकारी शिक्षक जमीनी स्तर पर अपार मेहनत के साथ में छात्रों के साथ काम करता है और इस तरह के कार्यक्रम उसको भविष्य में और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करते है।
इस कार्यक्रम में शैक्षिक आगाज के 26 राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों से जुड़े शिक्षकों में 300 शिक्षकों को “स्मार्ट टीचर सम्मान” से भी सम्मानित किया गया।
उत्तराखंड सहित राजीव थपलियाल, मीना रवि, सुनीता बहुगुणा,निधि नौटियाल,प्रदीप मलासी, ज्योति चिटकारिया, अंजलि डूडेजा, इंदु पंवार, अनीता ध्यानी, मोनिका रावत, सरिता मेंदोला, नरेश चंद्र उनियाल, आदि विभिन्न जिलों के लगभग 26 अध्यापकों को स्मार्ट टीचर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
जिसके लिए लिटिल हेल्प ट्रस्ट की फाउंडर सुश्री समृद्धि चौधरी एवं शैक्षिक आगाज की फाउंडर श्रीमती स्मृति चौधरी ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए भविष्य में अध्यापकों को और अधिक उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया।
