पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर प्रखंड के सुदूरवर्ती राजकीय प्राथमिक विद्यालय मंगलियागांव में शिक्षकों,बच्चों, एसएमसी अभिभावकों ने इंद्रमणि बडोनी जी के जन्म दिन को उत्तराखंड लोक संस्कृति दिवस के रूप में हर्षोलास के साथ मनाया ।
इस मौके पर ग्राम के प्रधान श्री आशीष कुमार कंडवाल सहित ग्राम के अन्य वरिष्ठ लोग भी उपस्थित हुए। सर्वप्रथम स्कूल के बच्चों द्वारा गढ़वाली प्रार्थना ‘नमो भगवती मां सरस्वती’ गाकर शुरुआत की गई। उसके बाद पंडित श्री इंद्रमणि बडोनी जी के जन्मदिवस को लोक संस्कृति दिवस रूप में मनाए जाने की चर्चा की गई और उनके सम्मान में नारे लगाए गए।

ग्राम प्रधान द्वारा मां सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्ज्वलित करके बच्चों को बल बुद्धि प्रदान करने की प्रार्थना की गई। तत्पश्चात सबने इंद्रमणि बडोनी जी को श्रद्धा पुष्प अर्पित किए।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्री हरीश चंद्र जी,ग्राम प्रधान श्री आशीष कंडवाल, सहायक अध्यापिका श्रीमती सुमन लता ध्यानी जी और SMC महोदया श्रीमती गीता देवी, आंगनबाड़ी कार्यकत्री श्रीमती रजनी देवी इन सभी के द्वारा लोक संस्कृति दिवस पर श्री इंद्रमणि बडोनी जी के जीवन और उनके लोक संस्कृति को बचाए रखने हेतु किये गए कार्यों पर अपने विचार व्यक्त किए ।
लोक संस्कृति दिवस पर सहायक अध्यापिका श्रीमती सुमन लता जी द्वारा अपनी संस्कृति के प्रति सजगता, जागरूकता, उत्तराखंड के पारंपरिक तीज त्यौहार पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
बच्चों के मध्य निबंध प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता कराई गई। उसके बाद अध्यापिका श्रीमती सुमन लता द्वारा विरह गीत ‘घुगुती घुराण लगी मेरा मैंत की ‘लोकगीत गाया गया। तत्पश्चात अध्यापिका श्रीमती सुमन लता जी के साथ smc महिला सदस्यों ने उत्तराखंड की लोक संस्कृति को याद करते हुए मंगल गीत प्रस्तुत किए गए।
अध्यापिका श्रीमती सुमन लता ने नंदा देवी पर जागर गीत प्रस्तुत किया, जिसे सभा में उपस्थित सभी लोगों ने पसंद किया। उसके बाद एसएमसी महिला सदस्यों ने लोकगीत ‘गाढ़ो गुलाबंद गुलाबंद कु नगीना’ गीत गाकर साथ में लोक नृत्य भी किया गया।
विद्यालय के बच्चों द्वारा नर्सिंग जागर पर नृत्य किया गया । ‘क्रीम पौडरा’ वाले लोकगीत पर सभी बच्चों ने समा बांधा। लोक संस्कृति दिवस पर ग्राम की सभी महिलाओं द्वारा उत्तराखंड के लोक व्यंजनों को भी प्रस्तुत किया गया लोक व्यंजनों में स्वाले पकौड़े , गहथ का फानू, भरी रोटी, कुथ्गे, झंगोरा, कोदे की रोटी, उड़द- राजमा की दाल, खुस्का, थिचौंणी, झंग रियाल खीर, भांगुले की चटनी आदि व्यंजन परोसे गए।
गांव के सभी सदस्य ने अंत में पांडव नृत्य में भाग लिया । लोक संस्कृति दिवस पर पूरे मनोयोग से अपनी लोक संस्कृति को बचाने और उसे आगे बढ़ाने की शपथ ली गई। इस मौके पर ग्राम प्रधान श्री आशीष कुमार कंडवाल, आंगनवाड़ी कार्यकत्री रजनी देवी, भोजन माता कवित्री देवी, एसएमसी अध्यक्ष श्रीमती गीता नयाल, सरिता देवी सुलोचना देवी, सविता देवी, कवित्री देवी, रजनी देवी, धनपति देवी ,किरण देवी श्री गब्बर सिंह, श्री जितेंद्र सिंह, श्री मनदीप सिंह श्री हरदीप सिंह, श्री उदय सिंह उपस्थित रहे।