प्रारंभिक स्तर पर छोटे नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा अपने भविष्य को लेकर देखे गए स्वर्णिम सपनों के प्रदर्शन पर आधारित बहुआयामी कार्यक्रम “सपनों की उड़ान” शनिवार, 4 मार्च 2023 को विकासखंड यमकेश्वर के राजकीय प्राथमिक विद्यालय लक्ष्मणझूला के प्रांगण में बड़े भव्य वह शानदार तरीके से आयोजित किया गया।

इस कार्यक्रम के तहत बच्चों द्वारा भविष्य को लेकर देखे गए अपने सपनों को चित्रों, स्वरचित कविता पाठ, निबंध, नाटक, प्रदर्शनी आदि विभिन्न विधाओं और माध्यमों से प्रस्तुत किया जाता है। इस कार्यक्रम की एक विशेषता यह भी है कि, विद्यालय में गठित एस०एम०सी० के सदस्यों द्वारा भी विद्यालय विकास में निभाई गई अपनी भूमिका को बेहतरीन ढंग से प्रस्तुत किया जाता है।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में रा०जू०हा०स्कू०शि०सं० के प्रांतीय उपाध्यक्ष श्री के०एस० राणा जी, विकासखंड यमकेश्वर के प्रभारी समन्वयक श्री मनोज राणा जी, प्रांतीय उपाध्यक्ष श्री देवेंद्र नेगी जी, रा० जू० हा० स्कू० शि०सं० के ब्लॉक अध्यक्ष श्री मेहरबान सिंह बिष्ट जी, प्रभारी समन्वयक संकुल केंद्र नीलकंठ एवं प्रधानाध्यापक जूनियर हाई स्कूल मराल श्री मनोहर लाल जोशी जी तथा उपस्थित विद्यालय प्रबंधन समिति के सम्मानित सदस्यों तथा अन्य उपस्थित शिक्षक-शिक्षिकाओं के द्वारा मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलन व वंदना से शुभारंभ किया गया।
प्रांतीय उपाध्यक्ष श्री राणा जी द्वारा बच्चों को भविष्य के लिए बड़े-बड़े सपने देखने और उन्हें पूर्ण करने के लिए कठोर परिश्रम करने की बात पर जोर दिया गया। श्री जोशी द्वारा बच्चों के सर्वांगीण विकास तथा भविष्य के लिए अच्छे नागरिकों का निर्माण हेतु इस प्रकार की प्रतियोगिताओं के आयोजन की महत्ता पर प्रकाश डाला।
समन्वयक श्री राणा जी द्वारा “सपनों की उड़ान” कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा उपस्थित जनसमूह के समक्ष प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम का सफल संचालन कर रहे शिक्षक श्री जे०पी० कुकरेती द्वारा बच्चों के सम्मुख भारत के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन के नाम से प्रसिद्ध अब्दुल कलाम साहब जी के जीवन से जुड़े प्रसंगों को साझा करते हुए इस कथन की व्याख्या विस्तार से की गई कि- सपने वे नहीं होते जो हम नींद में देखते हैं, बल्कि सपने वे होते हैं जो हमें सोने नहीं देते।
कार्यक्रम के अगले सत्र में प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
“सपनों के चित्र” नामक प्रतियोगिता में प्राथमिक स्तर पर नीलकंठ संकुल की कुमारी खुशी (प्राथमिक विद्यालय नीलकंठ) तथा जूनियर स्तर पर बडोली संकुल से कुमारी आरुषि (जूनियर हाई स्कूल तिमल्याणी) की छात्राएं प्रथम स्थान पर रहीं।
जबकि “सपनों की दौड़” प्रतियोगिता में प्राथमिक स्तर पर नीलकंठ संकुल की कुमारी दिव्यांशी (प्राथमिक विद्यालय घट्टूगाड) तथा जूनियर वर्ग में गैण्डखाल संकुल से कुमारी दीपा (जूनियर हाई स्कूल बिजनी बड़ी) ने प्रथम स्थान प्राप्त कर बाजी मारी।
यमकेश्वर, पौड़ी गढ़वाल में “सपनों की उड़ान” कार्यक्रम का भव्य आयोजन।
प्राथमिक स्तर की निबंध प्रतियोगिता में नीलकंठ संकुल की कुमारी खुशी तथा जूनियर स्तर में बडोली संकुल से कुमारी आरुषि प्रथम स्थान पर रहीं। बड्यूण संकुल के तनिष्क खत्री (प्राथमिक विद्यालय ऐरोली) तथा गैण्डखाल संकुल की कुमारी खुशी (जूनियर हाई स्कूल बिजनी बड़ी) ने “स्वरचित कविता पाठ” में अपने-अपने वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
प्राथमिक स्तर की निबंध प्रतियोगिता में एक बार पुन: नीलकंठ संकुल की कुमारी खुशी प्रथम रही जबकि जूनियर स्तर पर कुमारी आरुषि (उच्च प्राथमिक विद्यालय तिमल्याणी) ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। “सपनों की फैन्सी ड्रेस” प्रतियोगिता ने प्राथमिक स्तर पर गैण्डखाल संकुल से कुमारी शिवानी (प्राथमिक विद्यालय आमसैण) तथा जूनियर स्तर पर नीलकंठ संकुल की कुमारी नेहा (जूनियर हाई स्कूल घट्टूगाड) अब्बल रहीं।
जूनियर स्तर की क्विज में बड्यूण संकुल के सुबोध बडोला (जूनियर हाई स्कूल ठांगर) प्रथम कुमारी आरुषि (जूनियर हाई स्कूल तिमल्याणी) द्वितीय तथा जूनियर हाई स्कूल खेड़ा के नितिन तृतीय स्थान पर रहे। “राष्ट्रीय आविष्कार अभियान” के तहत आयोजित की गई विज्ञान क्विज में जूनियर हाई स्कूल ठांगर के बच्चों ने प्रथम स्थान प्राप्त कर अपने विद्यालय का नाम रोशन किया।
उपस्थित सम्मानित विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों द्वारा भी अपनी-अपनी शानदार प्रस्तुति दी गई। प्राथमिक विद्यालय नीलकंठ की विद्यालय प्रबंधन समिति ने इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम के अंतिम सत्र में स्थान प्राप्त छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। अलग-अलग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त बच्चों द्वारा आगामी 13 मार्च को कोटद्वार में आयोजित होने वाली जनपद स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया जाएगा।
कार्यक्रम को संचालित करने, सफल बनाने तथा निर्णायक की महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में श्री के० एस० राणा, श्री मनोज राणा, श्री एम०एल० जोशी, श्री जे०पी० कुकरेती, श्री देवेंद्र सिंह नेगी, श्री जयवीर पयाल, श्री मेहरबान सिंह बिष्ट, श्री पवन देवलियाल, श्री सुधीर डोबरियाल, श्रीमती रीता सेमवाल, श्रीमती लक्ष्मी पोखरियाल, श्रीमती सुनीता बहुगुणा, श्री अमित जोशी, श्री पवन कुमार, श्री शैलेंद्र कंडवाल,श्री मुकेश असवाल, श्री महिपाल सिंह रावत, श्री इंद्र सिंह रावत, श्री सत्यपाल सिंह बिष्ट, श्रीमती सुषमा बहुगुणा, श्रीमती कौशल्या पोखरियाल, श्रीमती लक्ष्मी बड्थ्वाल, श्री दिनेश सिंह रावत, श्री सुधीर अमोली, श्री दिनेश सिंह नेगी, श्री शैलेंद्र रावत आदि उपस्थित समस्त अध्यापिका-अध्यापकों द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई।