कुरुक्षेत्र (हरियाणा) में उत्तराखण्ड के शिक्षक हुए सम्मानित

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कुरुक्षेत्र (हरियाणा)। दिनांक 01 जनवरी 2023 से 03 जनवरी 2023 तक, नवोदय क्रांति परिवार भारत, सरकारी शिक्षकों का एक बहुत बड़ा ऐसा समूह जो पूरे भारत वर्ष के सभी प्रांतों के सरकारी शिक्षकों के साथ, साथ सरकारी शिक्षा से सेवानिवृत हुए व्यक्तियों को भी जोड़ता है, इस नवोदय परिवार की कार्यशाला कुरुक्षेत्र (हरियाणा) एक महान ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व का स्थान देने वाली धरती जिसे वेदों और वैदिक संस्कृति के साथ जुड़े होने के कारण सभी देशों में श्रद्धा के साथ देखा जाता है।

यह वह भूमि है जिस पर महाभारत की लड़ाई लड़ी गई थी और भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को ज्योतिसर में कर्म के दर्शन का उचित ज्ञान दिया था। इसी कुरुक्षेत्र की भूमि में तीन दिवसीय भव्य कार्यशाला का आयोजन नवोदय क्रांति परिवार भारत के द्वार किया गया। जिसमें सभी प्रांतों के नवाचारी शिक्षक,शिक्षिकाओं ने प्रतिभाग किया।

कुरुक्षेत्र (हरियाणा) में उत्तराखण्ड के शिक्षक हुए सम्मानित
कुरुक्षेत्र (हरियाणा) में उत्तराखण्ड के शिक्षक हुए सम्मानित

और अपनी, अपनी प्रतिभा का परिचय दिया, जिसमें विज्ञान की सरलतम गतिविधि, वैदिक गणित, गतिविधि आधारित शिक्षा, आर्ट ऑफ लर्निंग, सुंदर लेखन, नई शिक्षा नीति 2020 आदि पर बहुत शानदार चर्चाएं एवं विचार रखे गए।

कार्यशाला के दौरान ऐतिहासिक और धार्मिक नगरी कुरूक्षेत्र में मुख्यतः भद्रकाली मंदिर, स्थानेश्वर मंदिर, ब्रह्मसरोवर, विडला मंदिर, गीता उपदेश, कृष्ण रथ आदि के दर्शन भी कराए गए, जो बहुत ही आकर्षक,ऐतिहासिक एवं अविस्मरणीय चीचें रही।

यहां से सभी प्रतिभागियों ने बहुत कुछ सीखकर ज्ञान अर्जन किया। उत्तराखण्ड से कार्यशाला में प्रतिभाग एवं सम्मानित होने वाले शिक्षक, शिक्षिकाओं में श्रीमती लक्ष्मी नैथानी, दुगड्डा, पौड़ी, श्रीमती आशा बिष्ट, भिलंगना, टिहरी, श्रीमती आशा बुडाकोटी, द्वारीखाल, पौड़ी, श्रीमती सुनीता बहुगुणा, यमकेश्वर, पौड़ी, श्रीमती अनीता खंतवाल, द्वारीखाल,पौड़ी, श्रीमती सुमन लता, यमकेश्वर, पौड़ी, श्री राजीव थपलियाल, जयहरीखाल, पौड़ी, श्री सुधीर डोबरियाल, यमकेश्वर, पौड़ी, श्री सुनील पंवार, दुगड्डा, पौड़ी, श्री बिपिनेश कुकरेती, इंटर कालेज लक्ष्मण विद्यालय, देहरादून, इन सभी उत्तराखण्ड के शिक्षक/ शिक्षिकाओं को नवोदय क्रांति परिवार भारत की ओर से राष्ट्र रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के समापन दिवस पर मुख्य अतिथि साउथ अफ्रीका से सोडान सिंह तरार जी,एवं उनकी पत्नी, फाउंडर आदर्श शिक्षा संस्कार द्वारा सभी को सम्मान पत्र और मोमिंटो भेंट कर सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ कार्यशाला का समापन किया गया।

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