कोटद्वार :मांगा था विकास मिल रहा घण्टाघर(अजय तिवाड़ी) कोटद्वार जिसे गेट वे ऑफ गढ़वाल आर्थत गढ़वाल का प्रवेश द्वार कहते हैं तथा जहाँ पर्वतीय तथा देश विदेश से आकर लोग लगातार बसावट करने को बेताब हैं, कोटद्वार नगर गढ़वाल के लोगों के लिए एक व्यापारिक मण्डी है जहाँ से वह अपनी दिनचर्या की वस्तुओं की खरीद के लिए आते हैं तो पौड़ी जिले के रिखणीखाल, जयहरीखाल, नैनीडांडा, बीरोंखाल, यमकेश्वर का आधा भाग तथा द्वारीखाल विकास खण्ड सहित सतपुली आदि क्षेत्र के लोग स्वास्थ्य सेवाओं के लिए कोटद्वार बेस अस्पताल पर निर्भर हैं।
इसके साथ ही पौड़ी जिले के दूरस्थ क्षेत्र जिनमें बीरोंखाल, रिखणीखाल, नैनीडांडा, जयहरीखाल, दुगड्डा, द्वारीखाल ,सतपुली क्षेत्र को पौड़ी जिले से पृथक कर कोटद्वार को अलग जिले के रूप में देखने को लेकर आशा भरी नजरों से सरकार की ओर टकटकी लगाये देख रहे हैं।
कोटद्वार नगर अब नगर निगम के स्वरूप में है आबादी हर रोज बढ रही है लेकिन लगभग डेढ़ लाख की जनसंख्या को पहुंच रहे कोटद्वार में एक भी पार्किंग स्थल नही है। कल्पना कीजिये लगभग पूरे पौड़ी गढ़वाल क्षेत्र से लोग स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए कोटद्वार आते हैं, गढ़वाल के लोगों के लिए व्यापारिक मण्डी होने के साथ एशिया की सबसे बड़ी निजी वाहन कम्पनी गढ़वाल मोटर्स आनर्स यूनियन का मुख्यालय कोटद्वार में है, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली आदि प्रदेशों से वाहनों का आवागन बदस्तूर कोटद्वार में लगा रहता है जहाँ अंतरराज्यीय बस अड्डा होना चाहिए था।
वहाँ एक अदद स्तरीय पार्किंग तक नही है कल्पना कीजिये क्या होगी उस शहर की यातायात व्यवस्था। कोटद्वार के लिए पूर्ववर्ती सरकार ने मेडिकल कालेज के लिए भूमि चयनित कर रखी है लेकिन उक्त भूमि से खनन माफ़िया रेत पथ्थर तथा मिट्टी चोर बडे़ बडे़ गड्ढे खोदकर चले गये थे तब एक नेता ने निर्लज्जता से कहा था कि ये खननकारी माफिया तो अच्छा काम कर रहे हैं, और आज मेडिकल कालेज के नाम पर आवंटित भूमि वहीं गड्ढों में पटी पडी़ है।
कोटद्वार के लोगों ने डबल इंजन सरकार का भरपूर समर्थन किया है राजनीतिक सहयोग दिया है अब बारी डबल इंजन सरकार की है। कोटद्वार को एक स्तरीय अस्पताल चाहिए, कोटद्वार को बहुप्रतीक्षित मेडिकल कॉलेज चाहिए, कोटद्वार को स्तरीय पार्किंग स्थल चाहिए, कोटद्वार को बेहतर प्रशासनिक इकाई के लिए अलग जिला चाहिए, एक स्तरीय बस अड्डा चाहिए, कोटद्वार को अतिक्रमण मुक्त सड़क चाहिए, कोटद्वार को विकास चाहिए तथा कोटद्वार की जनता को जो विकास का भरोसा दिलाया गया था डबल इंजन की सरकार में वह भरोसा वह विश्वास जमीन पर हकीकत में साकार होते दिखाई देना चाहिए। कोटद्वार को बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति चाहिए घण्टाघर बाद में भी बन सकता है।।। अजय तिवाड़ी।।।। सम्पादक अलग खबर डाटकाम।।।।