कोटद्वार: पूर्व सैनिक संघर्ष समिति की महत्वपूर्ण बैठक नीबूचौड़ स्थित वैडिंग प्वाइंट मे हुई आयोजित। वन रैंक वन पेंशन विसंगतियों सहित विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा।
कोटद्वार तथा पूर्व सैनिकों के हितों के लिए संघर्ष कर रही पूर्व सैनिक संघर्ष समिति ने आज वन रैंक वन पेंशन विसंगतियों सहित विभिन्न सांगठनिक समूहों के साथ भविष्य में बेहतर रणनीतिक तथा सांगठनिक विस्तार आंदोलन जैंसे विभिन्न मुद्दों पर आज पूर्व सैनिक संघर्ष समिति द्वारा कोटद्वार के मंगलम वेडिंग प्वाइंट नींबू चौड़ में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई जिसमें पूर्व सैनिकों की विभिन्न समस्याओं और सांगठनिक विस्तार के साथ डोर टू डोर सम्पर्क अभियान चलाकर सदस्य संख्या मे विस्तार सहित विभिन्न बिंदुओं पर गहन विचार विमर्श किया गया। बैठक में सूबेदार मेजर ताजबर सिंह, प्रकाश रावत, अनसूया प्रसाद सेमवाल, अनसूया प्रसाद गोस्वामी, गोपाल सिंह, राजेश बिष्ट और मेहरबान सिंह चौहान ने अपने विचार रखे। जिसमें संगठन को और अधिक प्रभावी तथा संगठन को मजबूती प्रदान करने सहित मुख्य रूप से इन महत्वपूर्ण मुद्दों प्रकाश डाला गया।
जिस में निम्न बिंदु सम्मानित थे:–
पूर्व सैनिक संघर्ष समिति को संगठनात्मक रूप मजबूती प्रदान करना । इसके लिए कोटद्वार के प्रत्येक पूर्व सैनिकों को संगठन के साथ जोड़ने के लिए सघन सदस्यता अभियान अभियान इसके साथ ही
निष्क्रिय सदस्यों की पहचान करना और उन्हें संगठन के प्रति उदासीनता जाहिर करने हेतु नोटिस जारी करना। इसके साथ ही पूर्व सैनिकों के लिए महत्वपूर्ण वन रैंक वन पेंशन की विसंगतियों पर भी व्यापक चिंतन किया गया तथा इसके व्यवहारिक स्वरूप तथा सभी पूर्व सैनिकों को विसंगतियों को दूर कर वन रैंक वन पेंशन योजना को प्रभावी बनाने के हेतु व्यापक आंदोलन का भी निर्णय बैठक में लिया गया वक्ताओं ने कहा कि
वन रैंक वन पेंशन ने पूर्व सैनिकों को निराश किया है इसके लिए फेडरेशन ऑफ वेटरन एसोसिएशन को पत्र लिखना और एक विशाल रैली का आयोजन करना। जिसके माध्यम से केंद्र सरकार के सम्मुख अपना विरोध दर्ज करना।
03 सितंबर 2024 की रैली की शूक्ष्म त्रुटियों पर प्रकाश डाला गया और आगे इन कमियों को दूर करके एक प्रभावी तथा असरदार आंदोलन की रणनीति पर जोर शोर से कार्य करने पर विचार विमर्श हुआ। इसके साथ ही पूर्व सैनिक संघर्ष समिति ने संगठन के कार्यों को विस्तार देने के उद्देश्य से निर्णय लिया कि
पूर्व सैनिक संघर्ष समिति 3 प्रवक्ताओ की नियुक्ति करेगी जो पूर्व संघर्ष समिति के आधिकारिक प्रवक्ता होंगे।
इसके साथ ही कोटद्वार से संबंधित मुद्दों को शासन, प्रशासन के सम्मुख उठाना।तथा गरिमामयी भारतीय सेना के इस
संगठन के गैर राजनीतिक स्वरूप को बरकरार रखना है।इसके साथ ही
भविष्य में किसी भी रैली के आयोजन से पहले अन्य संगठनों के अध्यक्षों के साथ बैठक कर बेहतर रणनीति और सामंजस्य स्थापित करना जिससे रैली का सफल आयोजन हो सके।
कोटद्वार के अन्य संगठनों के साथ निरंतर संवाद की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला गया। पूर्व सैनिक संघर्ष समिति ने सामुहिक रूप से निर्णय लिया कि हमे संगठन में नकारात्मकता को बढ़ावा नही देना है।
पूर्व सैनिक और वीर नारियों के हितार्थ कार्यों को निरंतरता से आगे बढ़ने की आवश्यकता पर बल दिया जिससे समाज के बीच में एक सार्थक और सकारात्मक संदेश प्रचारित हो सके।
अंत में समिति के लेखा निरीक्षक के द्वारा माह अगस्त के लेखा विवरण को कार्यकारणी के सम्मुख रखा
आयोजित बैठक में मेहरबान सिंह चौहान, राजेश बिष्ट, देवेंद्र बिष्ट, गोपाल सिंह नेगी, ठाकुर सिंह, चंदन सिंह, नंदन सिंह, प्रकाश रावत, अनसूया प्रसाद गोस्वामी, अनसूया प्रसाद सेमवाल, तजबर सिंह, बलबीर सिंह, दीवान सिंह, राजमोहन, हेमानंद डोवरियाल, भारत सिंह नेगी
और मोहन लाल आदि उपस्थित थे।
महेंद्र पाल सिंह रावत अध्यक्ष पूर्व सैनिक संघर्ष समिति कोटद्वार एवं समस्त कार्यकारणी।