पौड़ी डायट में सामुदायिक सहभागिता प्रशिक्ष्ण सम्पन्न।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चड़ीगांव पौड़ी में दिनांक 16 नवंबर 2023 से 18 नवंबर 2023 तक तीन दिवसीय सामुदायिक सहभागिता के अंतर्गत विद्यालय प्रबंधन समिति व विद्यालय प्रबंधन एवं विकास समिति संदर्भदाता प्रशिक्षण का अंतिम फेरे का प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ।
पौड़ी जिले के सभी पन्द्रह विकास क्षेत्रों के संकुल समन्वयको के साथ एक,एक शिक्षकों का संदर्भदाता प्रशिक्षण तीन फेरों में सम्पन्न किया गया जिसमें कुल 217 संदर्भदाताओ द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण की कार्यक्रम समन्वयक व मुख्य संदर्भदाता की भूमिका में श्रीमती शकुन्तला कंडारी प्रवक्ता डायट एवं सहसमन्वयक मुख्य संदर्भदाता श्रीमती नीलिमा शर्मा प्रवक्ता डायट द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य विद्यालय के विकास हेतु अभिभावकों के उत्तरदायित्व एवं सहभागिता पर चर्चा करना। एसएमसी/ एसएमडीसी का गठन एवं कार्य, छात्र हित में शिक्षक, अभिभावको की सहभागिता, समग्र शिक्षा, सामुदायिक सहभागिता, स्वच्छता, आपदा प्रबंधन, विद्यालय सुरक्षा, बालिका शिक्षा, सामजिक संपरीक्षा, पीएम पोषण योजना, आरटीई, विद्यालय विकास योजना, आदि प्रशिक्षण के मुख्य मॉड्यूलो पर विस्तार से सदन में चर्चा करवाई गई।
डायट प्राचार्य डॉ महावीर सिंह कलेठा जी के निर्देशन में सभी विकास क्षेत्रों के शिक्षकों का सुचारू रूप से प्रशिक्षण में सहयोग किया गया, संस्थान के वरिष्ठ प्रवक्ता डा धर्मेंद्र सिंह लिंगवाल, अनुजा मैठाणी, शालनी भट्ट, विनय किमोठी, जितेंद्र राणा, आदि उपस्थित रहे।
प्रशिक्षण के अंतिम फेरे में उपस्थित प्रतिभागियों में दिनेश सिंह नेगी, अमित जोशी, संतोष चतुर्वेदी, अनिल भट्ट, प्रदीप राणा, विक्रम नेगी, अजीत कंडवाल, सुनील पंवार, नरेंद्र रावत, विपिन भट्ट, प्रवीन अंथवाल, राजीव सुंद्रियाल, सुधीर डोबरियाल, शैलेंद्र रावत, रीता पंवार, रश्मि वर्मा, कमलेश बलूनी, विपिन पंत, प्रवीन कुमार, दीपक काला, सूरज मोहन रावत, दीपक सुंद्रियाल, दीपक जदली, शान्ति प्रसाद थपलियाल, रामगोपाल, सुभाष चंद्र आर्य, सरोज लाल, मधुसूदन हिंदवान, चंद्र मोहन सिंह रावत, सुशील फारसी,सुदर्शन मैंदोला, शैलेश डोभाल, देवेंद्र सिंह,राजेंद्र सिंह, गिरिराज सिंह रावत, महेशा नंद, गौरब कुमार, हेमन्त कुमार ध्यानी, हरेंद्र सिंह, सूर्यपाल भंडारी, मुकेश कुमार, जगमोहन सिंह आदि प्रशिक्षण में उपस्थित रहे।





