सतपुली नगर के प्रसिद्ध समाजसेवी तथा उद्यमी संत हिर्दय ठाकुर सुंदर सिंह चौहान जी ने दीपावली के पावन अवसर पर सभी देशवासियों और प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। ठाकुर सुंदर सिंह चौहान ने कहा कि जिस प्रकार से भगवान भगवान श्री राम ने राम राज्य की रचना की जो सबके मंगल की अवधारणा पर आधारित था जिसमें सभी जन सुखी थे राम राज बैठे त्रिलोका हर्षित भवहु गयहू सब शोका दैहिक दैविक दुखों से दूर मानव के कल्याण की अवधारणा थी।
दीपावली पर सभी देश प्रदेशवासियों के मंगल की कामना के पर्व पर ठाकुर सुंदर सिंह चौहान ने प्रषित की शुभकामनाएं
संत स्वरूप ठाकुर सुंदर सिंह चौहान जी ने कहा कि दीपावली का पर्व हमें संदेश देता है कि चंहु और उजाला विद्यमान हो, उजाला प्रतीक के नेकी का अच्छे कर्मों का दुखी मानव के जीवन में खुशियाँ भर देने का। हमें अपने आसपास जो भी निरीह व्यक्ति मिले उसे भी अपने त्योहारों पर उत्सवों में शामिल करें एक दीन व्यक्ति के चेहरे पर खुशी लाने से बढ़कर कोई तीर्थ नही।

ठाकुर सुंदर सिंह चौहान ने कहा है कि दीपावली का मर्म ही यही है प्रकाश फैलाना अंधकार प्रतीक है बुराई का मिथ्याभिमान का, जिसका त्याग कर हमें अच्छाई का वरण करना चाहिए।
ठाकुर सुंदर सिंह चौहान जी ने कहा कि हमें उत्सवों के मर्म को समझने की आवश्यकता है बेकार के दिखावे से बचना चाहिए दीपावली तो प्रकाश का प्रतीक है और अपने और समाज के लिए कुछ इस तरह के कार्य करें जो किसी दीन दुखी के जीवन में खुशियाँ ला सके क़िसी रचनाकार ने सही लिखा है कि जलाओ दिए पर रहे ध्यान इतना कि धरा पर अंधेरा कहीं रह ना जाए।
हमारे आसपास कोई जरूरतमंद हो और हम उससे नजरें फेर फालतू के पैसे बर्बाद करें इससे बेहतर उस व्यक्ति को सबल दें यही दीपावली का वास्तविक मर्म है। ठाकुर सुंदर सिंह चौहान जी ने कहा कि बच्चे दीपावली पर पटाखे चलाते हैं और यह अवसर है उनके माता पिता उनके साथ रहें लापरवाही से बचें दीपावली सब के जीवन में हर्ष लाये उत्साह उमंग लाये सभी स्वस्थ हों निरोग हों सभी के मंगल की कामना: ठाकुर सुंदर सिंह चौहान जी द्वारा।।। अलग खबर डाटकाँम।।।