Thursday, November 30, 2023
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उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस पर समाजसेवी कर्मयोगी ठाकुर सुंदर सिंह चौहान ने प्रदेश वासियों को प्रेषित की शुभकामनाएं

आम उत्तराखण्डी के सपनों का राज्य बनाने के लिए आगे आयें युवा: ठाकुर सुंदर सिंह चौहान: प्रसिद्ध समाजसेवी उद्यमी तथा संत हिर्दय ठाकुर सुंदर सिंह चौहान ने सभी उत्तराखण्ड वासियों को उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा है कि आज आम उत्तराखण्ड वासियों के सपनों को साकार करने के लिए युवाओं को आगे आना होगा क्योंकि युवाओं में अपार ऊर्जा है कुछ कर गुजरने का हौसला है तथा नई सोच है और इस युवा जोश को अगर बेहतर मार्गदर्शन और प्रोत्साहन मिल जाता है तो यहाँ के युवा उत्तराखण्ड वासियों के अपने राज्य के विकास के लिए जो सपने देखे गये हैं उन्हें साकार कर सकेंगे। सतपुली नगर के मलेठी में अपने आवास पर अलग खबर डाटकाँम के सम्पादक अजय तिवाड़ी के साथ एक साक्षात्कार में प्रसिद्ध समाजसेवी तथा उद्यमी ठाकुर सुंदर सिंह चौहान जी ने कहा कि पहाड़ का व्यक्ति वह है जिसका सामर्थ्य पहाड़ों को काटकर अपने लिए खेत और आवास बना लेने का है। पहाड़ों के लोगों का सामर्थ्य पहाड़ों की तरह बुलंद है अपनी ईमानदारी निष्ठा और साहस से उत्तराखण्ड के लिए दुनियाभर में जाने जाते हैं पूरे विश्व में उत्तराखण्ड के लोगों ने सफलता का परचम लहराया है। ठाकुर सुंदर सिंह चौहान ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य का विकास किस तरह हो इसके लिए हमारे पहाड वासियों ने एक सपना देखा था जिसमें शिक्षा स्वास्थ्य संचार तथा सड़क को विकास की आधारशिला मानते हुए हर उत्तराखण्डी के चहुमुखी विकास की कल्पना की गई थी। इसके साथ ही बुनियादी सुविधाओं के अभाव में रोजगार से पिछड़े उत्तराखण्ड वासियों को रोजगार की उपलब्धता कैंसे हो इस सीमांत तथा दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों वाले सीमांत राज्य से मानवीय विस्थापन जिसे पलायन नाम दे दिया गया किस तरह रुके यह सबसे प्राथमिकता पर होना चाहिए था लेकिन ये सब प्रश्न आज पीछे छूट गये राज्य स्थापना के लिए आम उत्तराखण्डी के जो सपने थे वै जस के तस हैं। ठाकुर सुंदर सिंह चौहान ने कहा कि सरकारें अपना काम करती हैं किस तरह करती हैं यह चुनी गई सरकारों का काम है लेकिन उत्तराखण्ड के विकास उसके युवाओं के सामर्थ्य और पुरुषार्थ पर ही साकार होगा। आज पहाड़ से विस्थापन इस सीमांत राज्य के लिए सामरिक और सांस्कृतिक रूप से भी चिंता जनक है पहाड़ का युवा सरकारी नौकरियां पाने तक सोच ना रखे बल्कि अपने पहाड़ पर ही उद्यम स्थापित करे सहकारिता और सहयोग से दुग्ध उत्पादन मछली पालन कुक्कुट पालन बकरी पालन का कार्य यदि बडे़ स्तर पर किया जाए तो लाखों की आय अपने पहाड़ पर ही अपने गाँव में ही हो सकती है बस आवश्यकता मार्गदर्शन और बुलंद हौसले की है और पहाड़ के ऊर्जावान युवाओं को आगे आना होगा कर्मयोगी ठाकुर सुंदर सिंह चौहान ने कहा कि पहाड़ का व्यक्ति पहाड़ सा बुलंद हौसला रखता है सामर्थ्य रखता है वह जो निश्चय कर लेता है उसे साकार करके रहता है और यह सामर्थ्य हमारे युवाओं में है उनका सामर्थ्य उत्साह ही पहाड़ में मानवीय विस्थापन को रोकेगा पहाड़ पुनः आबाद होंगे हमारे खेत खलिहान फिर हरे भरे नजर आयेंगे पहाड़ की रीति संस्कृति अमर रहेगी उत्तराखण्ड राज्य स्थापना की सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए ठाकुर सुंदर सिंह चौहान जी ने सभी प्रदेशवासियों के लिए मंगलकामनाएं प्रेषित की हैं।।।।

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