सेवा में;
मुख्यमंत्री महोदय
उत्तराखंड सरकार।
विषय – पहाड़ी क्षेत्रों में हिंसक वन्य जीवो द्वारा मानव जीवन को खतरे के बचाव के संदर्भ में…
महोदय,
उत्तराखंड में मानव एवं वन्यजीवों के मध्य संघर्ष दिन-प्रतिदिन खूनी संघर्ष में बदलता जा रहा है विगत कुछ दिनों पूर्व रिखणीखाल प्रखंड स्थित ग्राम सभा डला में एक बुजुर्ग ताऊ जी को आदम खोर बाघ ने निवाला बनाया था अभी ताजा घटनाक्रम कार्बेट नेशनल पार्क से सटे हुए इलाके जिला पौड़ी गढ़वाल रिखणीखाल ब्लॉक ग्राम सभा झर्त की घटना है। जहा एक सत्तर वर्षीय ताई को कल ही आदमखोर बाघ ने निवाला बनाया एक तो पहाड़ों में रोजगार शिक्षा स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव ऊपर से वन्य जीव जंतुओं की मार क्षेत्रीय लोगों पर भारी पड़ रही है जनप्रतिनिधि, वन विभाग एवं सरकार सभी का बहुत उदासीन रवैया है। हम वन्य जीव जंतु से पीड़ित क्षेत्रवासी उत्तराखंड सरकार एवं केंद्र सरकार से निवेदन करते हैं की भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति रोकने के लिए कुछ ठोस कदम उठाए जाएं इस संदर्भ में निम्नलिखित सुझाव हैं :-
1 – खेती को नुकसान पहुंचाने वाले जानवरों बंदर ,सूअर ,हाथी भालू इत्यादि के लिए भोजन की व्यवस्था हेतु जंगलों में फलदार वृक्ष आम अमरुद आंवले आदि लगाए जायें।
2 -मांसाहारी वन्यजीवों के भोजन की व्यवस्था हेतु जंगल में इनके भोजन की व्यवस्था की जाए जैसे जंगल में सुअर खरगोश आदि जानवरों की जनसंख्या बढ़ाई जाए ताकि मांसाहारी जीव इन पर निर्भर रहे।
3 -कार्बेट नेशनल पार्क की चारों तरफ से कम से कम 20 फुट ऊंची सुरक्षा दीवार/ घेरबंदी की जानी चाहिए ताकि जानवर अपनी सीमा के अंदर रहे और कूदकर मानव बस्ती में न आ सके।
3 -क्षेत्रीय युवाओं को वन विभाग में नियुक्ति दी जाए क्योंकि उन्हें उस क्षेत्र के भौगोलिक स्थैतिक सम्पूर्ण जानकारी रहती है।
4- सरकार की ओर से कई ग्राम में वन्यजीवों से सुरक्षा हेतु ग्राम सुरक्षा दल गठित की जाए
हमें आशा ही नहीं अपितु विश्वास है कि आप उपरोक्त बातों पर उचित कार्यवाही करने की कृपा करेंगे।
5 -कार्बेट नेशनल पार्क से सटे ग्राम सभाओं में स्थानीय ग्रामीणो को जंगली जानवरों से सुरक्षित रहने हेतु उचित प्रशिक्षण दिया जाये।
प्रार्थी गण/निवेदक:-
बिनीता ध्यानी;
क्षेत्र पंचायत सदस्य कर्तिया, रिखणीखाल.!!
एवं
हिंसक जानवरों से पीड़ित समस्त
कार्बेट नेशनल पार्क से सटे पर्वतीय क्षेत्र
उत्तराखंड।