12 जून बाल सत्र निषेध दिवस के अवसर पर हिमाचल विधानसभा में विशेष बाल सत्र का आयोजन हुआ। इस सत्र में देश भर से 68 बाल विधायकों ने बच्चों के मुद्दों पर प्रश्नकाल और विधानसभा की प्रक्रिया 324 के अंतर्गत अपनी बात रखी। इस विशेष बाल सत्र में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्य अतिथि के रूप में , राज्यसभा उपसभापति श्री हरिवंश नारायण सिंह बतौर विशिष्ट अतिथि व विधानसभा अध्यक्ष श्री कुलदीप सिंह पठानिया ने इस ऐतिहासिक सत्र में अध्यक्षता की।

उत्तराखंड से चयनित हुए एकमात्र छात्र हैं MKVN के प्रियांशु
बच्चों की सरकार कैसी हो अभियान के तहत इस सत्र में भाग लेने हेतु देशभर से 1108 बच्चों ने अपनी एंट्री भेजी थी जिसमें से 68 बच्चों का चुनाव डिजिटल बाल मेला द्वारा गठित पैनल द्वारा किया गया। इस अवसर पर युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति, नशे के कारण होने वाले स्वास्थ्य व विभिन्न प्रकार के अपराध आदि को रोकना ही होगा विषय पर अपने सुझाव एमकेवीएन स्कूल के छात्र व उत्तराखंड से चयनित एकमात्र विधायक के रूप में प्रियांशु भट्ट ने रखे।
साथ ही हेम्प की खेती को सरकारी निरीक्षण के तहत पट्टों के रूप में कानूनी रूप से आवंटित कर हेम्प का सदुपयोग किया जाना चाहिए आदि विचारों से प्रियांशु ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
इस सत्र में बच्चों ने नशा, शिक्षा, चिकित्सा, बाल श्रम, टेंशन,पर्यावरण संरक्षण, परिवहन व्यवस्था आदि गंभीर मुद्दों पर चर्चा की। प्रियांशु के साथ हिमाचल विधानसभा में आयोजित बाल सत्र में सम्मिलित हुए उनके विद्यालय के कार्यकारी निदेशक श्री मयंक प्रकाश कोठारी भारतीय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रियांशु की इस उपलब्धि से उनके माता-पिता व पूरा परिवार बहुत खुश है उन्होंने कहा कि श्री किरण भट्ट व श्रीमती सुषमा देवी के होनहार पुत्र ने स्कूल के साथ-साथ क्षेत्र व पूरे उत्तराखंड का नाम इस उपलब्धि से चमकाया है।
प्रियांशु ने कहा कि पूर्व में राजस्थान विधानसभा व इस तीन दिवसीय हिमाचल विधानसभा दौरे से उन्होंने बहुत कुछ सीखा जिसे कि वे समाज हित में कार्य करने हेतु इस्तेमाल करेंगे। प्रियांशु ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने विद्यालय परिवार व माता-पिता को दिया।
मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बच्चों के द्वारा रखे गए सुझावों पर सरकार द्वारा गंभीरता से विचार किए जाने की बात को कहा | साथ ही उन्होंने राजनीति में अहम भूमिका निभाने हेतु बच्चों को प्रेरित भी किया।
सत्र में बच्चों को संबोधित करते हुए राज्यसभा उपसभापति ने कहा कि इस प्रकार के बाल सत्र का आयोजन देश के हर राज्य में होना चाहिए| इसी के साथ उन्होंने सदन में बैठे माननीय सदस्यों को बच्चों द्वारा किए गए शांतिपूर्वक विधानसभा कार्यवाही को सीखने का आग्रह भी किया।
महात्मा गांधी का उल्लेख करते हुए राज्यसभा उपसभापति ने कहा कि लक्ष्य की प्राप्ति की राह में हमें पहले खुद में वह परिवर्तन लाना चाहिए जो दुनिया में हम देखना चाहते हैं | इसी तरह पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा था कि कभी छोटा सपना नहीं देखना चाहिए | हरिवंश नारायण सिंह ने कहा कि अब्राहम लिंकन की तरफ से लिखे गए पत्र को भी सभी बच्चों को पढ़ाया जाना चाहिए।
इस अवसर पर बाल मेला संस्था की कोऑर्डिनेटर डॉ मीना शर्मा भी अपनी टीम के साथ उपस्थित रहीं|
इस सत्र के दौरान हिमाचल प्रदेश के काबीना मंत्री श्री धनीराम शांडिल, श्री चंद्रकुमार ,श्री हर्षवर्धन चौहान, श्री रोहित ठाकुर, श्री अनिरुद्ध सिंह ,श्री विक्रमादित्य सिंह सहित समस्त विधायक गण व राजस्थान प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला, KBC में रहे हिमाचल टैलेंट अरुणोदय सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।