जो कि सभी ऋतुओं के राजा वसंत ऋतु के आगमन, आने वाले सभी अन्य पर्वों, और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक हैं. हिरण्यकश्यप की आग-प्रतिरक्षित बहिन होलिका (बुराई) पर भगवान विष्णु के नाम का पाठ करने वाले भक्त प्रहलाद (अच्छाई) की जीत एवं भगवान विष्णु द्वारा हिरण्यकश्यप (बुराई का अंत) के रूप में, विश्व-गुरु भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता हैं, इस पुण्य अवसर पर मैं आप सभी सनातन-धर्मावलम्वियो को अनंत शुभकामनाएं प्रेषित करता हूँ.
सनातन धर्म के बहुत ही पवित्र त्यौहार “होली”
इस होलिका दहन में आपके सभी दु:ख एवं कष्टों का नाश हो। मानव चित्त की दुर्बलताएं, दुर्गुण और बुराइयां होलिका की इस अग्नि में स्वाहा हो और आप सभी के जीवन में खुशियों का उजाला हो।
आपके जीवन में बल, विद्या, बुद्धि, सुख-समृद्धि, बैभव, ख्याति, प्रतिष्ठा, कीर्ति, यश की अविच्छिन्न वर्षा हो.
पुनः आप सभी को मेरी तरफ से होली की हार्दिक शुभकामनाएं
धीरेन्द्र सिंह रावत
खाड़ी देश कुवैत
(ग्राम चांदपुर, पौड़ी गढ़वाल)
